मुसबते वो खंजर है जो तराशेंगी हमें
मुश्किलों में हम भी चट्टानों से खड़े है
माफी न दे सकेंगे जा़लिम तुझे,
हाँ भूलने का वादा जरूर करते हैं ,
मुसबते वो खंजर है जो तराशेंगी हमें
मुश्किलों में हम भी चट्टानों से खड़े है
माफी न दे सकेंगे जा़लिम तुझे,
हाँ भूलने का वादा जरूर करते हैं ,