याद मेरी कभी तुम्हें आती नही क्या
कदमों की मेरे आहट कभी जगाती नही क्या
मेरा चेहरा आँख बंद करने पर कभी उभरता तो होगा
स्पर्श मेरा कहीं महसूस होता नहीं क्या
साँसे मेरी कानो मे खनकती नहीं क्या
दिल में कहीं दर्द उठता तो होगा
यादें मेरी चुपचाप अपना कोई कोना
तलाशती तो होंगी
रिश्ता जो था भी
और नही भी
कहीं अपनी परछाईं ढूंढता तो होगा
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Very romantic kavita.
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Romance should always hav place in ur life..
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You are right dear.
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