एक एक करके
जुदा हो गये सभी
संग ले गये अपने
वो यादें वो सपने
वो बचपन,वो अल्हडपन
जीवन का इक पन्ना हो गया सफेद
यादों की यादें भी बाकी न रही
कुरेदती हूँ सहेजती हूँ
पर कुछ होता हाँसिल नहीं
दिल का इक कोना
हो गया है खाली कहीं
सांझी यादों के
खो गयें है साथी सभी …