जिन्दगी तू खेलती रही है खेल हमसे
मुझे तोड़ा, गिराया, रुलाया
मेरा लड़ना मेरे हालात से
देखती रही तू
मज़े लेती रही तू
जहाँ देखा कि
अब जायेंगे हार
ड़ाल देंगे हथियार
देकर इक छोटा सा ईनाम
तू फिर कर देती है तैयार
इक नई कशमकश के लिए …
जिन्दगी तू खेलती रही है खेल हमसे
मुझे तोड़ा, गिराया, रुलाया
मेरा लड़ना मेरे हालात से
देखती रही तू
मज़े लेती रही तू
जहाँ देखा कि
अब जायेंगे हार
ड़ाल देंगे हथियार
देकर इक छोटा सा ईनाम
तू फिर कर देती है तैयार
इक नई कशमकश के लिए …