न जीत मेरी न हार मेरी

जीत तेरी तो हार भी तेरी
मंजिल तेरी तो राह भी तेरी
नियति मेरी तो है इच्छा तेरी
सुख की और दुख की
है जीवन में मेरे सब चालें तेरी
आँसू मेरे है बस नादानी मेरी
प्रयास मेरा है जिम्मेदारी मेरी
न शरीर मेरा और न साँसे मेरी
अस्तित्व मेरा तो है बस इक कृति तेरी
सबकुछ है तेरा और है लीला भी तेरी
समर्पण हो मेरा तो है मुक्ति भी मेरी …

6 विचार “न जीत मेरी न हार मेरी&rdquo पर;

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