तू देख ले साथ तेरा
छूट तो नही गया
हाथ से तेरे हाथ किसी का
छूट तो नहीं गया
सारे रिश्ते निभाने में
कोई एक रिश्ता टूट
तो नहीं गया
तू देख तो ले इधर भी
कोई अकेला
खामोश सी आवाज़
देता ही गया
तू देख ले साथ तेरा
छूट तो नही गया
हाथ से तेरे हाथ किसी का
छूट तो नहीं गया
सारे रिश्ते निभाने में
कोई एक रिश्ता टूट
तो नहीं गया
तू देख तो ले इधर भी
कोई अकेला
खामोश सी आवाज़
देता ही गया
बहुत खूब लिखा है—-
हाथों में दिये हाथ हम बड़े ही प्यार से,
वे छोड़ गए साथ खड़े इंतेज़ार में,
दुनियाँ की थी खबर उन्हें,
उनकी हमें खबर,
हम चल रहे थे साथ में,
वे हमसे बेखबर,
है प्रेम हमें उनसे वे किसी की राह में,
वे छोड़ गए हाथ खड़े इंतेज़ार में,
वे छोड़ गए हाथ खड़े इंतेज़ार में।।
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Thank u..very well written
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